कुछ इल्म हुआ यूँ मुहब्बत के बाद, दामन मे दिल के, एक गाँठ लगी!
दिल की धड़कनों ने ली हैं अंगड़ाइयां एक पुराना ज़ख्म फिर से उभर आया है !hmm...hota hai aisa bhi ....
इन दो पंक्तियों में युगों-युगों की कहानी शामिल है।
बहुत अच्छी प्रस्तुति . श्री दुर्गाष्टमी की बधाई !!!
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3 comments:
दिल की धड़कनों ने ली हैं अंगड़ाइयां
एक पुराना ज़ख्म फिर से उभर आया है !
hmm...hota hai aisa bhi ...
.
इन दो पंक्तियों में युगों-युगों की कहानी शामिल है।
बहुत अच्छी प्रस्तुति .
श्री दुर्गाष्टमी की बधाई !!!
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