होली है भाई होली है
बुरा न मानो होली है
कुछ भी डालो ,चाहे कीचड़
रंगों की रंगोली है
कंकड़ हो या हीरा हो
करो टिप्पणियों की बरसात
ठोस ही है या पोली है.
कुछ तो मीठी लगे गुझिये सी
कुछ कडवी, रंगों मिश्रित सी
जैसी भी हो , हँसते जाओहोली की ठिठोली है .
मौका है बस मौज मनाओ
ग़मगीन हो तुम रास रचाओ
फुहार रंगों की बरसाओ
कहदो आज बिचौली है
रस-बयार फागुन का है
मौका बस पाहून का है,
पहुँचो बस, जहाँ जी चाहे
दिलवालों की दिलजोली है
ढोल नगाड़े खूब बजाओ
नाचो ,गाओ दिल बहलाओ
बरसाने की गारी गाओ
हिल-मिल जाओ ,द्वेष भुलाओ
हिल-मिल जाओ ,द्वेष भुलाओ
अब तो सब हमजोली है
सभी बंधुओं/बांध्वियों को होली की हार्दिक शुभकामनायें, गुझिये व रंगों की होली का आमंत्रण है . आप सभी सादर पधारें.
7 comments:
बहुत सुन्दर …………होली की हार्दिक शुभकामनायें।
बढ़िया प्रस्तुति ...होली की शुभकामनायें
बहुत सुन्दर...होली की हार्दिक शुभकामनायें!
सुंदर रंग भरी रचना....बढ़िया प्रस्तुति
होली की शुभकामनायें
मौका है बस मौज मनाओ
ग़मगीन हो तुम रास रचाओ
फुहार रंगों की बरसाओ
कहदो आज बिचौली है ...
Excellent creation !
Happy Holi !
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सरल भाषा और सरल भाव अच्छे लगे !होली की शुभकामनायें स्वीकार करें !
आपको सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाएं
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