जापान के लिए
देखी प्रकृति की विनाशकारी लीला
मानव जाति के प्रेरणाश्रोत तुम
छोटे कद के देवदूत तुम !
साहस अनुकरणीय तुम्हारा
पावन हृदय, जाने जग सारा
विश्व पताका फहराओगे
हतभागी हो, उबर जाओगे !
तुमने झेले, हिरोशिमा-नागासाकी
अनुकरणीय साहस की झांकी
नया फुकुसिमा तुम बसाओगे
विश्वास है , उबर जाओगे
दुःख है हमें, हमारे भाई
ईश्वर है , वो नहीं कसाई !
प्रण करते हैं , होंगे सहभागी
तुम्हारे लिए ,
भगवन से हम भी हैं रागी !
5 comments:
हृदयस्पर्शी..... हार्दिक संवेदनाएं....
बहुत दुःख की बात ..... हम सब उनके साथ हैं...
कुदरत की इस विनाश लीला से बहुत घर उजड़ गए , कई शहरों कि बर्बादी हो गयी । कहर भी अभी थमा नहीं है , लेकिन इश्वर से प्राथना है कि जापान में सुख और शांति कि बहाली हो।
हृदयस्पर्शी सम्वेदनाएँ!!
हृदयस्पर्शी,इश्वर से प्राथना है कि जापान में सुख और शांति कि बहाली हो|
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