एक शब्द/जो हमेशा ज़ेहन मे मेरे/उभरता रहता है,
लिए हुए एक गहरी ख़ामोशी/बेताब चीखने को.
शब्द /आवाज़ है/जो गले तक आकर बिंध जाता है /काँटों से .
कोशिश होती है/बाहर आने की,
पर.................
हर बार ही/बिंध कर/
लौट जाने के लिए ही शायद/
उभरकर आता है /
यह शब्द !
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